जीवन में खुश रहना बहुत जरूरी है। जब आप खुश रहेंगे तो किसी भी कार्य को आप सहज ही कर देंगे। वही अगर आप किसी भी कार्य को अधूरे मन से करेंगे तो उसका परिणाम अधूरा ही आयेगा। इसलिए किसी ने कहा है कि, “खुशी के लिए काम करोगे तो खुशी नहीं मिलेगी, लेकिन खुश होकर काम करोगे तो खुशी जरूर मिलेगी।”
दोस्तो इसलिए जीवन में खुश रहना बहुत जरूरी है। खुश रहने के लिए आप हास्य कविता या मजेदार चुटकुले पढ़ सकते हैं।
आज हम आपको लिए कुछ मजेदार हास्य कविता लेकर आए हैं।
Hasya Kavita in hindi ।। Short funny poem in hindi ।। Comedy poem in hindi
अपनो ने मुझको मारा,
गैरो में कहा दम था,
मेरी हड्डी भी टूटी वही,
जहां अस्पताल बंद था।
मुझे एम्बुलेंस में बिठाया,
जिसका पेट्रोल खत्म था,
मैं रिक्से पे लाया गया,
क्योंकि उसका किराया कम था।
मुझे डॉक्टरों ने उठाया,
नर्सों में कहा दम था,
मुझे बिस्तर पर लिटाया गया,
जिसके नीचे बम था।
मुझे बम से उड़ाया,
गोली में कहा दम था,
मुझे अपनो ने मारा,
गैरो में कहा दम था।
Comedy poem in hindi ।। Hasya poem ।। Funny poem in hindi ।। Bhrastachar par kavita
देश तबाह है, नेता से।
बाप तबाह है, बेटा से।।
नाक तबाह है, सेन्ट से।
लेडिज तबाह है, जेन्ट से।
गरीब तबाह है, जाड़ा से।
मजदूर तबाह है, भाड़ा से।।
बेटी तबाह है, फैशन से।
टैंक तबाह है, बारूद से।।
सड़क तबाह है, टैक्स से।
पुलिस तबाह है, वर्दी से।।
जनता तबाह है, गुंडागर्दी से।
बच्चे तबाह है, मोबाइल से।
मास्टर तबाह है, पिटाई से।
मुंह तबाह है, खाने से।।
पेट तबाह है, पचाने से।
बांध तबाह है, सरिता से।।
कवि तबाह है, कविता से।
डाक्टर तबाह है, आला से।
मंत्री तबाह है घोटाला से।।
कैमेस्ट्री - funny hindi poem on book ।। Funny hindi poem on education
इलेक्ट्रानिको की दुनिया में शैतानों की हिस्ट्री
नाम जिसे हमने दिया है कैमेस्ट्री
सुनो सुनता हूं इसकी कहानी
प्रोटॉन है नाना न्यूट्रान हैं नानी
अल्फा और बीटा के मामा है गामा
पहनते हैं दोनो कुर्ता और पाजामा
जल लवण अम्ल और क्षार
कैमेस्ट्री के शैतान है ये चार।
तेरे बेटे है ये सदाबहार
तेरे कारण दुनिया में फैल गया गम ही गम
तेरे बेवफाई का गम हो या परमाणु बम
रात-रात भर रटते रह जाते।
फिर भी तुमसे धोखा ही खाते।
कोई समझ न पाया तेरी यह थ्यूरी।
चाहे रदरफोर्ड हो या मैडम क्यूरी।
तुझमें है केवल मिस्ट्री ही मिस्ट्री।
इसलिए तो तुझे कहते हैं शैतानों की हिस्ट्री
हाय रे! हाय! कैमेस्ट्री!
आधुनिक छात्र - students par hasya kavita
आज छात्र से कुछ मत पूछो, फैशन का है भूत चढ़ा
नही नहाते हफ्तों से, पर शरीर में लगाते हैं सेंट
शर्ट-पैंट टाई से सजकर, विद्यालय को आते।
पाठ्य पुस्तक, पेन चुराकर रोज समोसा खाते है
माता पिता की सेवा करने में, जाति उनकी शान
विद्यालय से घर तक, बन जाते सब मेहमान है।
कंघी शीशा सदा पैंट में, पढना लिखना भूल जाते
मोनोग्राम लगा पाकेत में, कुप्पा जैसे फूल जाते।
टाइम तो फैशन में गवाते, अंत समय पछताते है।
हो जाते हैं फेल अगर तो घर से बागी फिर बन जाते।
भ्रष्टाचार पर कविता - hasya kavita in hindi
देश में डेवलपमेंन्ट हो रहा है,
अमीरों काम अर्जेंन्ट हो रहा है,
गरीब बेचारे साइलेंन्ट हो गए,
देश को बेचने का एग्रिमेन्ट हो रहा है,
देश में डेवलपमेंन्ट हो रहा है,
बच्चा बाप से इंन्टेलिजेन्ट हो रहा है,
बच्चा स्कूल में अपसेन्ट हो रहा है,
सिलेमा हाल में प्रजेन्ट हो रहा है,
शिष्य गुरु में ओबिडिएन्ट हो रहा है,
देश में डेवलपमेंन्ट हो रहा है,
चमचा अपनी जगह परमानेंन्ट हो रहा है,
ईमानदार बेचारा सस्पेंन्ड हो रहा है,
कार्यालय में रेस्टुरेंट हो रहा है,
देश में डेवलपमेंन्ट हो रहा है,
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