नमस्ते दोस्तो स्वागत है हमारे ब्लॉग पर आज हम आपके लिए लघु साहसिक कहानी लेकर आए हैं। दोस्तो यह कहानी पढ़ने से आपमें एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। जिससे आप किसी भी कार्य को आसानी से कर पाएंगे।
समझदार विकास - A Short adventure stories in hindi
विकास एक बारह साल का लड़का है। उसके पिता एक पुलिस अधिकारी है। विकास पढ़ने में काफी तेज है, वह अपनी कक्षा में हमेशा प्रथम स्थान प्राप्त करता है। विकास के पिता को सरकारी आवास न मिलने के कारण वह शहर के आखिरी छोर पर किराए के मकान में रहते हैं।
वहीं पास में गरीबों की बस्ती रहती है। जहां पर बहुत से गरीब परिवार रहते हैं। वे सब मेहनत करके अपना जीवन यापन करते हैं। इसी बस्ती में एक महिला विकास के घर काम करने आती है। वह महिला विकास के घर बर्तन साफ करना, झाडू लगाना, पेड़-पौधों तथा फूलो को पानी देना आदि काम किया करती थी। उस महिला का एक दस साल का लड़का था। जिसका नाम रौनक था। रौनक अक्सर अपनी मां के साथ विकास के घर आया करता था।
चुकी विकास के घर खेल के बहुत समान थे। जैसे कि फुटबॉल, बैटबॉल, बैडमिंटन आदि खेलों के सामान थे। इसलिए रौनक उसके घर खेलने के लिए आया करता था। एक दिन विकास ने रौनक के स्कूल न जाने का कारण पूछा तो रौनक ने बताया कि गरीबी के कारण ही वह स्कूल नहीं जाता है। तथा बस्ती के अन्य बच्चे भी गरीबी के कारण स्कूल नहीं जाते हैं। रौनक ने यह भी बताया कि उसके बस्ती के बहुत से बच्चे शहर के किसी पटाखा कारखाने में काम करते हैं। उसने विकास को यह भी बताया कि एक बार पटाखा फैक्ट्री में आग लगने के कारण उसके बस्ती के कई बच्चे अपंग हो गए।
यह सब सुनकर विकास को बहुत गुस्सा आया। उसे मालूम था कि, सरकार बाल मजदूर पर प्रतिबंध लगा रखा है। और सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को पढ़ाई के लिए मुक्त व्यवस्था भी कर रखी है।
जब शाम को विकास के पिता घर पर आते हैं तो विकास ने रौनक द्वारा कहीं सारी बातें उनको बता डाली और विकास ने यह भी प्रार्थना किया कि बस्ती के बच्चो के पढ़ाई के लिए कुछ करें।
फिर अगले दिन विकास के पिता ने पटाखा कारखाने में छापा मारकर बहुत से बाल मजदूर को मुक्त कराया। तथा पटाखा कारखाने के मालिक को बाल श्रम कानून के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार करते हैं। फिर अगले दिन विकास के पिता जी बस्ती के सभी बच्चों को नजदीक के प्राथमिक विद्यालय में दाखिला दिलाते हैं। तथा उनके लिए कापी, किताब की भी व्यवस्था करते हैं। यह सब देखकर विकास बहुत खुश होता है। अब उसका दोस्त रौनक भी स्कूल जाने लगता है।
सिख - जागरूकता के कारण ही विकास ने उन बच्चो को न केवल बाल मजदूर से मुक्त करता है। बल्कि उनको पढ़ने के लिए स्कूल भेजवता है। सही ज्ञान होने पर ही हम सब अपने अधिकार को प्राप्त कर सकते हैं।
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