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हिंदी में स्कूल विषयों पर मजेदार कविताएँ - Funny Poems on school subjects in Hindi

Funny poem in hindi for students ।। Funny poem in hindi for 10 and 12 students नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर दोस्तो आज हम आपके लिए पढ़ाई से सम्बन्धी एक मजेेदार हास्य कविता लेकर आए हैं। दोस्तो जीवन में खुश रहना बहुत ही जरूरी है। खासकर  पढ़ाई के दौरान अगर हम खुश रहेंगे तभी हम अपना पूरा ध्यान  पढ़ाई पर लगा सकते हैं। तो दोस्तो आज हम आपके लिए एक मजेदार हास्य कविता लेकर आए हैं। उम्मीद करता हूं कि यह आपको जरूर पसंद आयेगा। इलेक्ट्रानो की दुनिया में शैतानों की हिस्ट्री नाम जिसे हमने दिया है कैमेस्ट्री  सुनो सुनता हूं इसकी कहानी प्रोटान है नाना न्यूट्रॉन है नानी अल्फा और बीटा के मामा है गामा पहनते है दोनों कुर्ता और पाजामा जल लवण अम्ल और क्षार कैमेस्ट्री के शैतान है चार तेरे बेटे है ये सदाबहार तेरे कारण दुनिया में फैल गया गम ही गम तेरे बेवफ़ाई का ग़म हो या परमाणु बम रात-रात भर रटते रह जाते फिर भी तुमसे धोखा ही खाते कोई समझ नहीं पाया तेरी यह थ्यूरी चाहे रदरफोर्ड हो या मैडम क्युरी तुझमें है केवल मिस्ट्री ही  मिस्ट्री इसलिए तो तुझे कहते हैं शैतानों की हिस्ट्री हाय रे! हार!  कैमेस्ट्री  दो

आचरण कविता के सुनहरे नियम हिंदी में - The golden rules of conduct poem summary in Hindi

  नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर दोस्तो आज हम आपके लिए आचरण से जुड़ी एक कविता लेकर आए हैं। दोस्तो जीवन में हम जी भी कार्य करते हैं। यही हमारा भविष्य निर्धारित करता है। दोस्तो हमारे जीवन में किसी भी प्रकार का संकट क्यों ना आए लेकिन हम अपने कर्तव्य की पूर्ण ईमानदारी से करना है। दोस्तो इसी से सम्बन्धी एक कविता आप लोगो के साथ शेयर कर रहा हूं। जीवन के हर एक पल में  सुख-दुख का लम्हा होता है। उतार-चढ़ाव के इस जीवन में दुख का हर पल मुश्किल होता है। लेकिन इन कठिनाइयों से ऐ मानव घबराना नहीं। सत्य और नैतिकता के पक्ष में चलना ही होता है सही। अंधेरा जब भी तुम्हारे चारों ओर छा जाए बस आख बन्द कर एक बार  ईश्वर को तुम याद करना माता-पिता गुरु की शिक्षा  सदैव अपने साथ रखना। फिर देखना जीवन का अंधेरा कैसे दूर हो जाएगा और जीवन में खुशियों का उजियाला सा भर जाएगा जीवन के हर एक पल में सुख-दुख का लम्हा होता है। पर महलों की खुशिया बांटी दलितों को क्यों दुख है तमाम पूछ रहा हूं लिखकर खत मै फिर आपके नाम। दोस्तो अगर यह कविता आपको पसंद आया हो तो इसे और लोगो तक शेयर जरूर करें जिससे कि यह प्रेरणा दायक कविता और

प्रकृति पर कविता हिंदी में - Poem on nature in hindi

  नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर दोस्तो आज हम आपके लिए प्रकृति से जुड़ी एक कविता लेकर आया हूं। दोस्तो प्रकृति हमसे बिना कुछ लिए बिना किसी स्वार्थ के बाद देना जानती हैं। चाहे फल-फूल या ऑक्सीजन प्रकृति बिना किसी भेदभाव के सभी को एक समान बस देती जाती हैं। दोस्तो हमें भी प्रकृति से सीखना होगा। तभी इस संकट के समय हम मानवता की सेवा कर सकते हैं। poem on nature in hindi for class 1 ।। poem on nature in hindi for class 9 खिलो फूल से क्योंकि कभी वे अपने लिए नहीं खिलते हैं। फलों वृक्ष से क्योंकि कभी वे अपने लिए नहीं फलते है। प्यासे जग की प्यास बुझाने  बादल जल भर-भर लाते हैं। सीखो उनसे वे कैसे औरो के हित में मिट जाते हैं। पर हित के लिए देह  धारण करते हैं सज्जन प्राणी। वृक्ष स्वयं न कभी फल खाते नदियां स्वयं न पीती पानी। जंगल-मंगल हित जीने वाले का मस्तक ऊंचा करता है। दीपक की स्वर्णिम लौटा का रुख कभी नहीं नीचे झुकता। दोस्तो अगर यह कविता आपको पसंद आया हो तो इसे और लोगो तक शेयर जरूर करें जिससे कि यह प्रेरणा दायक कविता और लोगो तक पहुंच सके। धन्यवाद! हिंदी में उदास व्यक्ति के लिए प्रेरक कहानियाँ

समय के महत्व पर एक कविता हिन्दी में - inspirational poetry in hindi

  Best hindi poem for students ।। Best hindi poem for every one नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर दोस्तो आज हम आपके लिए समय के महत्व पर एक कविता लेकर आए हैं। दोस्तो सभी के लिए बहुत ही मूल्यवान है क्योंकि एक बार जो समय बीत जाता है, वह दोबारा नहीं आता है। इसलिए हम सभी को अपने लक्ष्य की ओर निरन्तर अग्रसर रहना है। दोस्तो इसी से सम्बन्धी   एक कविता शेयर कर रहा हूं। समय बड़ा अनमोल है, व्यर्थ न इसे गवाये। बीता समय नहीं पाया है, लाखों अरब लगाएं।। क्षण-क्षण  समय गुजरता जाये, आलस में आलसी गंवाये। बहुत जिम्मेदार मर तन पाये, कालचक्र सिर पर मंडराये।। हैसियत से ज्यादा खर्च न कर, ना बड़ों से बोले बोल। समय का मूल्य सदा ही आंको, खोलो ना अपना पोल।। दूर की बात सोचे बिना, झट करते चलते काम। बिगड़े पर तो पछताना, किये शोक होय बदनाम।। एक-एक का नाश करें, रहा जगत नाशवान। राजा साम्राज्य वैद्य गये, बच पाये न भगवान।। ईश्वर से जो भी देखता है वह अल्प नहीं। बीच में टूट गए वो संकल्प नहीं हार को अपने लक्ष्य से दूर रखना। क्योंकि जीत का कभी कोई विकल्प नहीं। दोस्तो अगर यह कविता आपको पसंद आया हो तो इसे और लोगो तक शेय

मौसम पर एक हास्य कविता हिन्दी में - A Comedy Poem on the Weather in Hindi

  Funny poem in hindi ।। Best funny poem in hindi  नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर आज हम आपके लिए एक हास्य कविता लेकर आए हैं। दोस्तों जीवन में खुश रहना बहुत ही जरूरी है। दोस्तो खुश करने से हमारे शरीर के अंदर अच्छे हार्मोन्स का संचार होता है। जिससे हम सभी शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं। आप खुश किसी भी तरह से रह सकते हैं। जैसे चुटकुले पढ़कर, हास्य कविता  पढ़कर या और किसी भी तरह से। दोस्तो जब हम खुश रहेंगे तो तो हम अपने कार्य को और अच्छे से कर सकते है। इसलिए किसी ने कहा है “खुशी के लिए काम करोगे तो खुशी नहीं मिलेगी लेकिन खुश होकर काम करोगे तो खुशी जरूर मिलेगी।”  दोस्तो आज हम आपके लिए ऐसे ही एक  कविता लेकर आए हैं। आशा करता हूं कि यह आपको जरूर पसंद आयेगा। कोहरा छाया ओस गिरी, जाड़े से जनवरी भरी।  दिन छोटा है रात बड़ी, फूल लिए फरवरी खड़ी।। तेज हुआ सूरज का टार्च, महुआ से महका है मार्च। गांव-गली तपते खपरैल, आग लगाता है अप्रैल।। लाया धूप पसीना रेे, मारे मई महीना रे। तेज बड़े लू के नाखून, जान बचाओ आया जून।। वर्षा लेकर आती है, कितनी सुखद जुलाई है। नाचे मयूरा होकर मस्त, आया झूले ल

मेरा काल्पनिक घर पर कविता हिंदी में - Poem on my fantasy home in hindi

  A poem related to natural in Hindi ।। A poem on my imagination in hindi नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर आज हम आपके लिए एक और कविता लेकर आए हैं। दोस्तो हम सभी के जीवन में एक चाहत होती हैं। सभी लोगों को अपने उस रुचि को पाने की चाहत होती हैं। आज हम आपके लिए एक ऐसी ही कविता लाए हैं। दोस्तो मेरा चाहत है कि एक मेरा घर हो और वह प्राकृतिक के बीच में हो वहां न सोर हो, और ना ही प्रदुषण हो, वहां पेड़-पौधों हो और पक्षियों का कलरव हो ऐसा मेरा घर हो। दोस्तो इसी पर एक कविता आपके साथ शेयर कर रहा हूं। पेड़-पौधों की हरियाली में,  गंगा नदी के किनारे में,  हो मेरा एक छोटा सा घर। सूरज के उजियालों में,  फूलों से घिरे गलियों में,  हो मेरा एक छोटा सा घर। पंक्षी के कलख के बीच,  हवा में झूमती लताओं के बीच,  हो मेरा एक छोटा सा घर। अशांति फैली वातावरण से दूर,  प्रदूषण फैली स्थालो से दूर,  हो मेरा एक छोटा सा घर। पहाड़ों से घिरे एक वन में,  सुंदर फूलों वाले उपवन में,  हो मेरा एक छोटा सा घर। बस! यही है मेरा काल्पनिक घर,  जो कभी ना होगा साकार,  ऐसे स्थल अब कहां मिलेंगे,  जहां मिले यह सारे गुण। प्रकृति के सा

भगवान बुद्ध पर एक कविता हिन्दी में - A poem on Lord Buddha in Hindi

नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर आज हम आपके लिए भगवान बुद्ध से सम्बन्धित एक कविता लेकर आए हैं। दोस्तो करुणा और मैत्री का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध की विचार वर्तमान समय में बहुत ही जरूरी है। क्योंकि वर्तमान समय में चारों तरफ अंधकार रूपी अज्ञानता फैली हुई है। ऐसे समय में बुद्ध की इस समाज को बहुत आवश्यकता है। दोस्तो इस कविता के माध्यम से हम भगवान बुद्ध को एक बार और धरती पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे पूरे संसार का अज्ञान रूपी अंधकार खत्म किया जा सके। poem on lord buddha in hindi ।। Motivational Poem in hindi for Gautam Buddha हे मानवता के प्रखर पुंज बुद्ध फिर कब आओगे! फिर से धरती धड़क रही है, करुणा की नीव दरक रही है, सिसक रही है धरती की आभा, भटक रहा है जग का मन, आहट प्रकृति का मन व्याकुल हो रहा है, अपने ही वंशजों की करतूत पर। आया तो था अंगुलिमाल भी, क्रूरता का महारौद्र रूप बन। झुक गया नतमस्तक हो तुम्हारे प्रभाकुंज में, पर क्या उसके वंशज, इतिहास दोहराएंगे? तुम्हारे ज्ञान भूमि का बोधिवृक्ष, पनाह दे रहा था बामियान से भागे पक्षियों को। व्याकुल मन से पछतावे में रो रहे हैं, सरहद प

हिंदी में उदास व्यक्ति के लिए प्रेरक कहानियाँ - Motivational stories for sad person in hindi

  Short motivational story in hindi ।। Grief prevention story in hindi ।। Dukh nivaran kahaniya Hindi me क्या आपके जीवन में कई समस्याएं है। एक समस्या खत्म नहीं होती और दूसरी समस्या आ जाती हैं। जिनके जीवन में बहुत सारी समस्याएं है। आज उनके लिए हम एक प्रेरणा दायक कहानी लेकर आए हैं। जिसको पढ़ने से आपके सारे दुःख समाप्त हो जाएंगे। Sad motivational story in hindi, motivational story in hindi for sorrow, dukh par kahani, family motivational story in Hindi, short motivational story महाभारत के युद्ध के दौरान, एक बार कर्ण ने श्री कृष्ण जी से पूछा, प्रभु मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है? मेरे ही जीवन में इतना दुख क्यों है। जन्म के बाद मेरी मां ने मुझे छोड़ दिया। फिर द्रोणाचार्य ने मुझे शिक्षा देने से मना कर दिया। द्रोपदी के स्वयंवर में मुझे अपमानित किया गया।  भगवान श्री कृष्ण जी ने कर्ण के बात सुनकर पहले तो मुस्कुराए और फिर बोले, हे सूर्य पुत्र कर्ण! इस संसार में कोई ऐसा नहीं है, जिसने दुख न झेला हो। तुम मुझे ही ले लो, मेरा जन्म कारागार में हुआ। और जन्म से पहले ही मृत्यु मेरा इंतजार कर रही थी। जन्म