सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

भगवान बुद्ध पर एक कविता हिन्दी में - A poem on Lord Buddha in Hindi

नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर आज हम आपके लिए भगवान बुद्ध से सम्बन्धित एक कविता लेकर आए हैं। दोस्तो करुणा और मैत्री का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध की विचार वर्तमान समय में बहुत ही जरूरी है। क्योंकि वर्तमान समय में चारों तरफ अंधकार रूपी अज्ञानता फैली हुई है। ऐसे समय में बुद्ध की इस समाज को बहुत आवश्यकता है। दोस्तो इस कविता के माध्यम से हम भगवान बुद्ध को एक बार और धरती पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे पूरे संसार का अज्ञान रूपी अंधकार खत्म किया जा सके।




poem on lord buddha in hindi ।। Motivational Poem in hindi for Gautam Buddha


हे मानवता के प्रखर पुंज बुद्ध

फिर कब आओगे!

फिर से धरती धड़क रही है,

करुणा की नीव दरक रही है,

सिसक रही है धरती की आभा,

भटक रहा है जग का मन,

आहट प्रकृति का मन व्याकुल हो रहा है,

अपने ही वंशजों की करतूत पर।

आया तो था अंगुलिमाल भी,

क्रूरता का महारौद्र रूप बन।

झुक गया नतमस्तक हो तुम्हारे प्रभाकुंज में,

पर क्या उसके वंशज, इतिहास दोहराएंगे?

तुम्हारे ज्ञान भूमि का बोधिवृक्ष,

पनाह दे रहा था बामियान से भागे पक्षियों को।

व्याकुल मन से पछतावे में रो रहे हैं,

सरहद पार कर सुरक्षित होने के भ्रम पर।

हूक भर-भर बामियान के ये सभ्यता पक्षी,

 सिसकते मन से सोच रहे,

क्यों भरी थी उड़ान वंशजों के खातिर।

बुध्द भूमि पर रक्त ढूंढते इन दानवों का,

मानवता से नाता खत्म हो गया है।

बेबस समाज सन्न हो गया है।

पंचशील पढ़ा हुआ अखबार हो रहा है।

राजनीति की कोख अब अशोक नहीं जनती,

नालंदा, तक्षशिला की नींव अब नहीं पड़ती,

धम्म संघ की भीड़ भी नहीं उमड़ती,

फिर अज्ञानता का घटतोप अंधेरा है,

हे मानवता के प्रखर बुद्ध

फिर कब आओगे!


दोस्तो अगर यह कविता आपको पसंद आया हो तो इसे और लोगो को शेयर जरूर करें। जिससे यह प्रेरणा दायक कविता और लोगो तक पहुंच सके। धन्यवाद!


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यह प्रेरक कविता आपको हमेशा ऊर्जावान बनायेंगी - motivational kavita in hindi

जीवन में सकारात्मक सोच का होना बहुत जरूरी है। अगर हमारे अंदर ऊर्जा की कमी रहेगी तो, हम किसी भी कार्य को अधूरे मन से करेंगे। वही अगर हमारे अंदर  सकारात्मक सोच रहेगा तो हम अपने किसी भी कार्य को पूरी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ करेंगे। अब बात आती है की आत्मविस्वाश और  दृढ़ इच्छाशक्ति हमे कहा से मिले, तो यह हमे प्रेरणा दायक विचार और प्रेरणा दायक कविता motivational kavita in hindi से मिलेगी। ऐसी ही आपको आसिम ऊर्जा प्रदान करने वाली कविता आज हम आपके लिए लाए। Motivational Poem in hindi । prerna dayak kavita । Motivational poem in hindi । Inspirational poem in hindi ।। Life chang motivational poem in hindi । Short poem in hindi वो आकाश क्या जिसमें तारे ना हो, वो सागर क्या जिसमें गहराई ना हो, वो पथ क्या जो पथरीले ना हो, वो जीवन क्या जिसमें संघर्ष ना हो, वो सूर्य क्या जिसमें तपन ना हो, वो चांद क्या जिसमें शीतलता ना हो, वो बरसात क्या जिसमें बिजली ना हो, वो जीवन क्या जिसमें प्रकाश ना हो, वो बाग क्या जिसमें हरियाली ना हो,  वो डाली क्या जिसमें कांटे ना हो, वो तथ्य क्या जिसमें तर्क ना हो, वो ...

जोश भरने वाली कविताएं - motivational poem in hindi

प्रेरक कविता हम सभी के जीवन में एक सकारात्मक ऊर्जा का कार्य करती हैं। जब भी हम अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होते है। तब हमारे सामने कई सारी समस्याएं आने लगती है। ऐसे में हमारे अंदर ऊर्जा की कमी होने लगती है। उसी समय हमे एक ऐसे ऊर्जा की जरूरत होती है। जो हमारे अंदर एक नई ऊर्जा का संचार करे। ऐसे में हमे सकारात्मक ऊर्जा प्रेरक कविता और प्रेरणा दायक विचार से मिल सकती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए ऐसे ही प्रेरणा दायक कविता लेकर आए हैं। जो आपके अंदर एक नई ऊर्जा का संचार कर देगी। Motivational poem in hindi ।। Inspirational poem in hindi ।। Best motivational poem in hindi वो आकाश क्या जिसमें तारे ना हो, वो सागर क्या जिसमें गहराई ना हो, वो पथ क्या जो पथरीले ना हो, वो जीवन क्या जिसमें संघर्ष ना हो, वो सूर्य क्या जिसमें तपन ना हो, वो चांद क्या जिसमें शीतलता ना हो, वो बरसात क्या जिसमें बिजली ना हो, वो जीवन क्या जिसमें प्रकाश ना हो, वो बाग क्या जिसमें हरियाली ना हो,  वो डाली क्या जिसमें कांटे ना हो, वो तथ्य क्या जिसमें तर्क ना हो, वो वास्तु क्या जो संभव ना हो, वो कहानी क्या जिसका अंत ना हो, वो पतन क्या...

हिंदी में उदास व्यक्ति के लिए प्रेरक कहानियाँ - Motivational stories for sad person in hindi

  Short motivational story in hindi ।। Grief prevention story in hindi ।। Dukh nivaran kahaniya Hindi me क्या आपके जीवन में कई समस्याएं है। एक समस्या खत्म नहीं होती और दूसरी समस्या आ जाती हैं। जिनके जीवन में बहुत सारी समस्याएं है। आज उनके लिए हम एक प्रेरणा दायक कहानी लेकर आए हैं। जिसको पढ़ने से आपके सारे दुःख समाप्त हो जाएंगे। Sad motivational story in hindi, motivational story in hindi for sorrow, dukh par kahani, family motivational story in Hindi, short motivational story महाभारत के युद्ध के दौरान, एक बार कर्ण ने श्री कृष्ण जी से पूछा, प्रभु मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है? मेरे ही जीवन में इतना दुख क्यों है। जन्म के बाद मेरी मां ने मुझे छोड़ दिया। फिर द्रोणाचार्य ने मुझे शिक्षा देने से मना कर दिया। द्रोपदी के स्वयंवर में मुझे अपमानित किया गया।  भगवान श्री कृष्ण जी ने कर्ण के बात सुनकर पहले तो मुस्कुराए और फिर बोले, हे सूर्य पुत्र कर्ण! इस संसार में कोई ऐसा नहीं है, जिसने दुख न झेला हो। तुम मुझे ही ले लो, मेरा जन्म कारागार में हुआ। और जन्म से पहले ही मृत्यु मेरा इंतजार क...