नमस्ते दोस्तों स्वागत है हमारे ब्लॉग पर दोस्तो आज हम आपके लिए आचरण से जुड़ी एक कविता लेकर आए हैं। दोस्तो जीवन में हम जी भी कार्य करते हैं। यही हमारा भविष्य निर्धारित करता है। दोस्तो हमारे जीवन में किसी भी प्रकार का संकट क्यों ना आए लेकिन हम अपने कर्तव्य की पूर्ण ईमानदारी से करना है। दोस्तो इसी से सम्बन्धी एक कविता आप लोगो के साथ शेयर कर रहा हूं।
जीवन के हर एक पल में
सुख-दुख का लम्हा होता है।
उतार-चढ़ाव के इस जीवन में
दुख का हर पल मुश्किल होता है।
लेकिन इन कठिनाइयों से
ऐ मानव घबराना नहीं।
सत्य और नैतिकता के पक्ष में
चलना ही होता है सही।
अंधेरा जब भी तुम्हारे
चारों ओर छा जाए
बस आख बन्द कर एक बार
ईश्वर को तुम याद करना
माता-पिता गुरु की शिक्षा
सदैव अपने साथ रखना।
फिर देखना जीवन का
अंधेरा कैसे दूर हो जाएगा
और जीवन में खुशियों का
उजियाला सा भर जाएगा
जीवन के हर एक पल में
सुख-दुख का लम्हा होता है।
पर महलों की खुशिया बांटी
दलितों को क्यों दुख है तमाम
पूछ रहा हूं लिखकर खत मै
फिर आपके नाम।
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