Short kahani lekhan for kids।। Short lekhan class 4 ।। Moral story hindi 4
एक गांव था जिस गांव में दो भाई रहा करते हैं। बड़ा भाई का नाम ग्राम था और छोटे भाई का नाम नरम था। इनके पिता का नाम मोहन सिंह था। दोनों भाई में प्रेम की भावना रहती थी। रविवार के दिन दोनों भाई बगीचा में टहलने जाते थे। एक दिन दोनों भाई नहा धोकर बगीचा में टहलने गए। उसे बगीचे के मालिक ने कहा-अभी, तूने इस पेड़ का टहनी कल क्यों तोड़ा।
गरम-चाचा हम दोनों भाई तो सिर्फ रविवार के दिन ही आते हैं। हमे तो 6 दिन फुरसत ही नही मिलती है। माली ने गरम को एक थप्पर मारा और गाली देते हुए कहा-अबे सुअर की औलाद तो कौन तोड़ा। जब गरम का छोटा भाई नरम ने देखा की माली ने बेमतलब से मेरे भाई पर हाथ उठाया है तो वह आग-बबूला हो गया। इतने में नरम ने भी माली को खूब पीटा, जिस कारण माली को दिन में तारे नज़र आने लगे।
माली बोला मेरे भैया, मुझे अब मत मारो, मैं कान पकड़ता हूं। मुझसे गलती हो गई। मुझे माफ कर दो। इस पर गरम ने अपने छोटे भाई नरम से कहा मत मारो, इसे अपनी भूल का एहसास हो गया है।
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